Heat Stroke Se Bachne Ke Gharelu Nuskhe: इस साल भी गर्मी पिछले साल के रिकॉर्ड तोड़ने में लगी हुई है। दोपहर के समय घर से बाहर निकलना बहुत मुश्किल हो जाता है, क्योंकि उस समय तेज गर्म हवा चलती है, जिसे ‘लू’ कहा जाता है। बाहर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाता है।

ऐसे में घर से बाहर निकलना आम बात लग सकती है, लेकिन यह बहुत खतरनाक हो सकता है। ऐसे में सही सावधानियाँ अपनाकर और उचित उपायों को फॉलो करके हम खुद को और अपने परिवार को गर्मी से सुरक्षित रख सकते हैं।
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आज की इस पोस्ट में जानेंगे हीट स्ट्रोक से कैसे बचें, लू लगने के लक्षण क्या हैं, और गर्मी में शरीर को ठंडा रखने के घरेलू उपाय कौन-कौन से हैं।
लू क्या होती है?, और क्यों लगती है?
लू एक तेज गर्म हवा होती है, जो उत्तर भारत और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में चलती है। यह आमतौर पर मई और जून के महीनों में चलती है। लू को “हीट स्ट्रोक” के रूप में भी जाना जाता है।
जब कोई व्यक्ति तेज धूप में अधिक समय तक रहता है, तो उसका शरीर बाहरी तापमान को सहन नहीं कर पाता, जिससे शरीर का तापमान बढ़ जाता है और पसीना आना कम हो जाता है। इस स्थिति में शरीर डिहाइड्रेशन की अवस्था में पहुँच जाता है। ऐसे में कुछ सावधानियाँ और उपाय अपनाकर हीट स्ट्रोक या लू लगने से बचा जा सकता है।
गर्मी या लू लगने के लक्षण (Heat Stroke Symptoms in Hindi)
लू लगने के बाद शुरुआत में इसके लक्षण हल्के हो सकते हैं, लेकिन यदि अधिक समय तक गर्मी में रहा जाए तो ये लक्षण गंभीर हो सकते हैं। हीट स्ट्रोक का समय पर इलाज न होने की स्थिति में समस्या बढ़ सकती है।
इसकी वजह से मस्तिष्क, हृदय, गुर्दे और मांसपेशियों से जुड़ी गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं। समय पर इलाज न मिलने पर मृत्यु का भी खतरा हो सकता है। इसके कुछ प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हैं|
- बहुत तेज़ सिर दर्द
- बार-बार प्यास लगना
- शरीर में कमजोरी या चक्कर आना
- उल्टी या मतली
- त्वचा का लाल और सूखा हो जाना
- साँस लेने में परेशानी
- तेज बुखार (40°C से अधिक)
- कभी-कभी बेहोशी या भ्रम की स्थिति
हीट स्ट्रोक से बचाव के उपाय (Heat Stroke Prevention Tips in Hindi)
हीट स्ट्रोक से बचने के लिए क्या करें? लू से बचने के लिए क्या खाएं? हीट स्ट्रोक से बचने के घरेलू नुस्खे कौन-कौन से हैं? और लू लगने पर कौन-सी दवा लेनी चाहिए? नीचे इन सभी सवालों के उत्तर दिए गए हैं:
दोपहर की तेज धूप से बचें
धूप में निकलने से पहले क्या करना चाहिए, यह जानना बहुत जरूरी है। इसके लिए सबसे बेहतर उपाय यही है कि सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक घर से बाहर न निकलें। यदि किसी बहुत जरूरी काम से बाहर जाना पड़े, तो सबसे पहला ध्यान रखने वाली बात यह है कि अपने साथ पानी की बोतल अवश्य रखें और सिर को ढकने के लिए साफा या गमछा जरूर पहनें।
गर्मी में शरीर को ठंडा कैसे रखें
हीट स्ट्रोक या लू लगने की स्थिति में सबसे जरूरी होता है कि शरीर को ठंडा कैसे किया जाए। इसके साथ ही सूती और ढीले कपड़े पहनें। कपड़ों का रंग हल्का रखें, क्योंकि गहरे रंग गर्मी को अधिक आकर्षित करते हैं। यदि संभव हो तो दिन में दो से तीन बार ठंडे पानी से चेहरा धोएं, इससे शरीर को ठंडक मिलेगी।
पानी का सेवन बढ़ाएं
लू शुरू होते ही पानी का सेवन बढ़ाएं और उसी के साथ साथ निम्बू पानी, छाछ और नारियल पानी का सेवन जरुर करें |
गर्मी में कौन-कौन से फल खाने चाहिए
गर्मी में डिहाइड्रेशन की समस्या आम है और इसके लिए केवल पानी ही नही शरीर में पानी की मात्रा को बढ़ाने की लिए कुछ फलों का सेवन भी जरुर करें जैसे तरबूज, खरबूज,आम (अधपका), अंगूर, ककड़ी, नारियल पानी सेवन जरुर करें |
लू से बचने के घरेलू उपाय
- प्याज को काटकर जेब में रखें, यह लू से बचाता है
- बेल का शरबत या आम का पना पीना फायदेमंद है
- ताजे दही का सेवन करें
- छाछ में काला नमक डालकर पीएं
- शरीर पर चंदन या गुलाब जल लगाएं
शरीर को लू से बचाने के लिए आप कुछ घरेलू नुस्खे अपना सकते हैं, जिनकी मदद से आप कुछ हद तक गर्मी के प्रभाव से बच सकते हैं| जैसे- प्याज को काटकर जेब में रखें, यह लू से बचाव में सहायक होता है| इसके अलावा बेल का शरबत या आम का पना पीना भी फायदेमंद होता है।
छाछ में काला नमक मिलाकर पीना लाभदायक है। साथ ही, शरीर पर चंदन या गुलाब जल लगाना भी ठंडक शरीर को ठंडक देता है|
हीट स्ट्रोक होने पर क्या खाना चाहिए?
हीट स्ट्रोक या लू लगने पर क्या खाना चाहिए ये सवाल अक्सर लोग पूछते हैं| तो चलिए जानते हैं कि लू लगने पर क्या खाया जाए। गर्मी के मौसम में हल्का और सुपाच्य भोजन लेना चाहिए, क्योंकि भारी और तैलीय भोजन आसानी से नहीं पचता और इसका सीधा असर स्वास्थ्य पर पड़ता है|
ऐसे में आप खाने में खिचड़ी, दाल-चावल, दही-चावल जैसे हल्के भोजन को शामिल करें| इसके साथ ही ताजे फल और सब्जियाँ ज़रूर खाएं, जो शरीर में पानी की कमी को दूर करने में मदद करते हैं|
Heat Stroke Treatment at Home in Hindi: लू लगने के लक्षण व उपचार
लू लगने पर क्या करें? यदि किसी व्यक्ति को गर्मी या लू लग जाए, तो सबसे पहले उसे किसी ठंडी जगह या छांव में ले जाएं| उसके बाद उसके पूरे शरीर और विशेष रूप से सिर पर ठंडे पानी की पट्टी रखें| यदि संभव हो तो उसे ORS का घोल पिलाएं, अन्यथा नमक और चीनी का घोल बनाकर पिलाएं| ध्यान रखें कि यदि व्यक्ति की स्थिति अधिक गंभीर हो जाए, तो तुरंत नजदीकी डॉक्टर को बुलाएं या अस्पताल ले जाएं|
लू लगने पर कौन सी दवा लें?
लू से बचने का सबसे आसान तरीका यह है कि आप घर से बाहर न निकलें| लेकिन यदि किसी कारणवश बाहर जाना पड़े और गर्मी लग जाए, तथा स्थिति गंभीर न हो, तो ORS, ग्लूकोज़ पाउडर या इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन करें। इससे कुछ हद तक राहत मिल सकती है। लेकिन यदि तेज बुखार या बेहोशी जैसी स्थिति हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें|
बच्चों और बुजुर्गों को लू से कैसे बचाएं?
गर्मी या लू का प्रभाव सबसे अधिक बच्चों और बुजुर्गों पर होता है, क्योंकि इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) कमजोर होती है और इन्हें कोई भी बीमारी जल्दी प्रभावित कर सकती है| इन्हीं में से एक है लू या गर्मी का प्रकोप| अब सवाल यह उठता है कि बच्चों और बुजुर्गों को लू से कैसे बचाया जाए?
सबसे पहले बच्चों की बात करें, तो उन्हें दोपहर के समय बाहर खेलने से रोकें| उन्हें हल्के और ढीले सूती कपड़े पहनाएं और समय-समय पर पानी पिलाते रहें ताकि शरीर में पानी की कमी न हो|
अब बात करें बुजुर्गों की, तो उन्हें अकेले बाहर न निकलने दें, क्योंकि कमजोरी के कारण उन्हें चक्कर आ सकता है और वे गिर भी सकते हैं। साथ ही, उनके शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बना रहना चाहिए। उन्हें भी समय-समय पर पानी, छाछ या नारियल पानी पिलाते रहें|
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
जब शरीर का तापमान बहुत अधिक हो जाता है और समय पर इलाज न मिले तो अंगों पर असर पड़ सकता है, जिससे मौत भी हो सकती है।
बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोगों को लू से ज्यादा खतरा होता है, इसलिए उनका विशेष ध्यान रखें।
शरीर का तापमान कम करना प्राथमिकता होनी चाहिए — ठंडे कपड़े, बर्फ की पट्टी, पानी का सेवन, और डॉक्टर से संपर्क करें।