Home Remedies for Cold in Babies: सर्दियों में खांसी -जुखाम ( cough and cold ) होना आम बात है परन्तु जब बच्चों की बात आती है तो माँ-बाप को टेंसन होने लग जाती है | नवजात शिशु का शरीर नाजुक होता है और उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता (immune system) पूरी तरह विकसित नहीं होती, जिससे उन्हें सर्दी-जुकाम जैसी सामान्य बीमारियां जल्दी हो सकती हैं। आमतौर पर बुखार या जुकाम होने के बाद निमोनिया होता है और यह 10-12 दिन में ठीक हो जाता है। लेकिन कई बार यह खतरनाक भी हो जाता है, खासकर 5 साल से छोटे बच्चों और 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में क्योंकि उनकी इम्युनिटी कम होती है। आज हम बात करेंगे 10 ऐसे नुस्खो के बारे में जो बच्चों की इम्युनिटी बूस्ट करने के लिए और बच्चों की सर्दी दूर करने में सहायता करेगा |

बच्चों को जुकाम होने के लक्षण (Symptoms of Cold in Babies)
- नाक का बंद होना।
- नाक का लगातार बहना।
- बार-बार छींक आना।
- आंखों से पानी बहना।
- खांसी होना।
- हल्का बुखार आना।
- गहराई से सांस लेने में कठिनाई।
बच्चों में सर्दी के लिए आसान घरेलू उपाय
सरसों के तेल की मालिश
छोटे बच्चों को सरसो के तेल की मसाज से आराम मिलता है. खासकर जब खांसी (Cough) होने लगे तो सीने पर हल्का गर्म सरसो का तेल मलना फादेमंद रहता है. इसके लिए आप सरसो के तेल में लहसुन मिलाकर गर्म कर सकते हैं |
भाप देना
छह महीने से बड़े बच्चों को भाप देना फायदेमंद हो सकता है। एक बर्तन में गर्म पानी रखें और बच्चे को पास में बिठाकर भाप लेने दें। ध्यान रखें कि बच्चा गर्म पानी से सुरक्षित दूरी पर हो।
शिशु को जुकाम का इलाज है गुनगुना पानी
6 महीने के शिशु को उबला हुआ पानी पिलाएं। पानी बच्चे के हिसाब से हल्का गुनगुना होना चाहिए। इससे शिशु का शरीर हाइड्रेट रहता है और शरीर से विषाक्त पदार्थ निकल जाते हैं। ये जुकाम से जल्दी राहत दिलाने का असरदार तरीका है।
सेलाइन नेज़ल ड्रॉप्स (Saline Nasal Drops)
शिशु की नाक में जमा बलगम को ढीला करने के लिए सेलाइन ड्रॉप्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह ड्रॉप्स नाक को साफ रखने में मदद करते हैं और बच्चे की सांस लेने में आसानी होती है। हालांकि, किसी भी प्रकार के सेलाइन ड्रॉप्स का उपयोग करने से पहले बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है
सेलाइन नेज़ल ड्रॉप्स (Saline Nasal Drops)
शिशु की नाक में जमा बलगम को ढीला करने के लिए सेलाइन ड्रॉप्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह ड्रॉप्स नाक को साफ रखने में मदद करते हैं और बच्चे की सांस लेने में आसानी होती है। हालांकि, किसी भी प्रकार के सेलाइन ड्रॉप्स का उपयोग करने से पहले बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लेना
सिर ऊंचा रखें
बच्चे के सोने की जगह पर सिर के नीचे हल्का ऊंचा गद्दा जरूरी है या तौलिया रखें। इससे नाक खुली रहती है और सांस लेने में आराम मिलता है।
शहद और अदरक (बड़े बच्चों के लिए)
बच्चे की उम्र 1 साल से ज्यादा हो तो उसे शहद दिया जा सकता है. शहद के एंटीबैक्टीरियल गुण खांसी, जुकाम और गले के दर्द में खासतौर से लाभकारी हैं. हल्के गर्म पानी में शहद डालकर भी बच्चे को पिलाने पर फायदा मिलता है|
ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें
बच्चे के कमरे में ह्यूमिडिफायर लगाएं। यह कमरे में नमी बनाए रखता है और बच्चे की नाक सूखने से बचाता है। ह्यूमिडिफायर को साफ रखना जरूरी है।
बच्चों में जुकाम का इलाज है अदरक
बच्चों में खांसी, जुकाम और कफ जमने के इलाज में अदरक बहुत असरकारी है। ये शरीर को गर्म कर के बलगम को पिघला देती है। दो साल से अधिक उम्र के बच्चे को अदरक की चाय पिलाएं। आधा इंच की अदरक लें और एक कप पानी में इसे 5 मिनट तक उबालें। इसके बाद पानी को छान लें और उसमें आधा चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिलाएं। गुनगुना बच्चे को पिलाएं।
हल्दी वाला दूध
सर्दी लगने पर बच्चे को सादा दूध देने के बजाय हल्दी वाला दूध दें. इससे बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ेगी. इसके अलावा बहती नाक, गले का दर्द (Throat Pain) और सर्दी लगने से होने वाले बदन दर्द से भी बच्चे को छुटकारा मिलेगा |
अजवाइन पोटली
थोड़ी अजवाइन को तवे पर गर्म करके एक कपड़े में बांध लें। इस पोटली को हल्के गर्म अवस्था में बच्चे की छाती और पीठ पर लगाएं। इसकी खुशबू नाक खोलने में मदद करती है।
तो ये थे बच्चों के लिए गरेलू नुस्खे और इसके साथ कुछ बैटन का ध्यान रखें जैसे :- डॉक्टर की सलाह के बिना बच्चों को कोई दवा न दें। बच्चे को हल्के गर्म कपड़े पहनाएं, लेकिन ज्यादा न ढकेंयदि लक्षण 7 दिनों से ज्यादा बने रहें या हालत खराब हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें।