यूरिक एसिड का इलाज: यूरिक एसिड कम करने के लिए बेस्ट डाइट टिप्स

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now     

uric acid ko kam krne ke liye kya khaye kya na khaye : सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि यूरिक एसिड शरीर का अपशिष्ट पदार्थ है, जो आमतौर पर शरीर से बाहर निकल जाता है। यूरिक एसिड का निर्माण तब होता है जब व्यक्ति ऐसा भोजन करें, जिसमें प्यूरीन नामक रसायन होता है। शरीर का काम उस प्यूरिन को तोड़ना है। अधिकतर मामले में यह पदार्थ आपके रक्त में घुल जाता है और जो नहीं घुल पाता है, उसे किडनी पेशाब के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल देता है। वहीं जब किडनी खराब हो जाए, तो शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, जिसके कारण हाई यूरिक एसिड की समस्या होती है।

यूरिक एसिड का इलाज
यूरिक एसिड का इलाज

यूरिक एसिड के लेवल को सही रखने के लिए सही खानपान जरूरी है तो आइये जानते है यूरिक एसिड बढ़ने पर क्या खाए क्या न खाएं?

यूरिक एसिड बढ़ने पर क्या खाएँ?

यूरिक एसिड डाइट में फाइबर का महत्व ;

फाइबर युक्त आहार करने से हमारा पाचन सही रहता है और इससे हमारे शारीर में ताकत भी आती है और ये हमारे शरीर से बढे हुए यूरिक एसिड को बहार निकलने का काम करते है | फाइबर फ़ूड जैसे -ओट्स, साबुत अनाज और फल जैसे सेब, संतरा, पपीता। सब्जियों में पालक और गाजर शामिल करें।

यूरिक एसिड कम करने के लिए विटामिन सी :

यूरिक एसिड कम करने के लिए विटामिन सी
यूरिक एसिड कम करने के लिए विटामिन सी

यह एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर के लिए फायदेमंद है | विटामिन c हमारे शारीर में बनने वाले यूरिक एसिड के क्रिस्टल को बनने से रोकता है और उसी के साथ यूरिक एसिड को पेशाब के जरिये शरीर से बहार निकलता है | विटामिन c के लिए सर्दियों में क्या क्या खाएं जैसे – आवंला , संतरा, मौसंबी, नींबू, कीवी, और अनानास।

हाइड्रेशन का यूरिक एसिड पर प्रभाव :

जैसा हमने पहले भी पढ़ लिया है की यूरिक एसिड किडनी की problem से होने वाला रोग है और अगर हां पानी पूरा नही पियेंगे तो किडनी सही तरीके से काम नही करेंगे तो इसीलिए सर्दियों में और यूरिक एसिड के टाइम पानी पूरा पिटे रहे ताकि शारीर हाइड्रेट रहे | अगर हां पुरे दिन पानी नही पि सकते तो इसकी जगह कुछ आल्टर नेतिवे ले सकते है जैसे – सादा पानी, नारियल पानी, हर्बल टी और फलों का रस, खीरे का रस।

यूरिक एसिड सुधारने के लिए डेयरी :

लो-फैट डेयरी उत्पाद यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। इनमें फैट कम होता है, जिससे शरीर में यूरिक एसिड नहीं बढ़ता। दूध, दही और पनीर जैसे लो-फैट उत्पाद पचने में आसान होते हैं और शरीर को जरूरी पोषक तत्व भी देते हैं। ये यूरिक एसिड बढ़ाने वाले प्यूरीन की मात्रा कम रखते हैं, जिससे गाउट और जोड़ों की दर्द जैसी समस्याएं कम हो सकती हैं। अगर यूरिक एसिड की समस्या हो, तो लो-फैट डेयरी को अपनी डाइट में शामिल करना फायदेमंद होता है।

पोटैशियम वाला आहार :

पोटैशियम युक्त आहार यूरिक एसिड के लेवल को कण्ट्रोल करने में मददगार हो सकता है। पोटैशियम शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने में सहायता करता है। केला, नारियल पानी, पालक, शकरकंद, और संतरा पोटैशियम से भरपूर होते हैं। ये न केवल यूरिक एसिड को कण्ट्रोल रखते हैं, बल्कि शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन भी बनाए रखते हैं। यूरिक एसिड के मरीजों को पोटैशियम से भरपूर खाने वाली चीजें अपनी डाइट में शामिल करने चाहिए, लेकिन डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।

ग्रीन टी के स्वास्थ्य लाभ :

ग्रीन टी के स्वास्थ्य लाभ
ग्रीन टी के स्वास्थ्य लाभ :

ग्रीन टी यूरिक एसिड को कंट्रोल करने काम करती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में सूजन कम करने और यूरिक एसिड केलेवल को कण्कट्ररोल ते हैं। ग्रीन टी प्यूरीन के मेटाबॉलिज्म को सुधारती है, जिससे यूरिक एसिड का उत्पादन नियंत्रित रहता है। रोजाना 1-2 कप ग्रीन टी पीना फायदेमंद हो सकता है।

बढ़ते यूरिक एसिड में प्रोटीन कौनसा खाए :

यूरिक एसिड अगर बढ़ा है तो हमेशा शुध्द शाकाहारी खाना ही खाए क्यूंकि ये पचने में आसान होता है और जिसमे भरपूर मात्रा में प्रोटीन हो जैसे -मूंग और मसूर की दाल, राजमा, चना, और सोया दूध।

यूरिक एसिड बढ़ने पर क्या न खाएँ?

यूरिक एसिड और रेड मीट का खतरा :

रेड मिट और ऑर्गन मिट मर सबसे ज्यादा मात्रा में प्युरिन पाया जाता है और ये यूरिक एसिड को बढाने का काम करता है तो कभी भी रेड मीट और ऑर्गन मिट जैसे लीवर ,मटन, बीफ कभी न खाए क्यूंकि ये यूरिक को बढ़ा देंगे |

सीफूड और यूरिक एसिड का संबंध :

सीफूड और यूरिक एसिड का संबंध :
सीफूड और यूरिक एसिड का संबंध :

सीफूड यूरिक एसिड बढ़ा सकता है क्योंकि इसमें प्यूरीन ज्यादा होता है। प्यूरीन शरीर में यूरिक एसिड बनाता है, जो बढ़ने पर गाउट और जोड़ों में दर्द का कारण बन सकता है। मछली, झींगा, केकड़ा और शेलफिश जैसे सीफूड यूरिक एसिड के मरीजों को कम या बिल्कुल नहीं खाने चाहिए। और हो सके तो बिलकुल ही न खाए क्यूंकि लाइफ से ऊपर कुछ भी नही |

यूरिक एसिड में अल्कोहल पिए :

अल्कोहल यूरिक एसिड के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। बीयर और वाइन में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में यूरिक एसिड बढ़ाने का कारण बनती है। अल्कोहल किडनी में दिक्कत कर देता है, जिससे यूरिक एसिड शरीर से ठीक से बाहर नहीं निकल पाता। यदि यूरिक एसिड की समस्या है, तो अल्कोहल से बचना या इसे बहुत कम मात्रा में लेना बेहतर है। डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

यूरिक एसिड और मीठे ड्रिंक :

अगर आप मीठे ड्रिंक्स पिटे है और उपर से आपको यूरिक एसिड है तो सतर्क हो जाइये आपको बहुत बढ़ा नुक्सान होने वाला है क्यूंकि इनमे फ्रुक्टोसे शर्करा पाई जाती है और इससे यूरिक एसिड का लेवल बढ़ता है तो इन्हें आज ही बंद करें पीना |

सफेद चावल और ब्रेड का प्रभाव :

सफेद चावल और ब्रेड का प्रभाव
सफेद चावल और ब्रेड का प्रभाव

सर्दियों का मौसम है इस टाइम में ब्रेड ज्यादा खाते है चाहे वो कोई भी हो परन्तु हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिये की ब्रेड और चावल में फाइबर कम होता है और ये यूरिक एसिड के लेवल को बढ़ा सकता है बाकि आप सम्ज्धर है की ब्रेड खाना चाहिए या नही

तो आज हामने यूरिक एसिड बढने पर क्या खाना चाहिए और क्या खाना चाहिए तो आप इन डाइट को फोलो करके आप यूरिक एसिड को कण्ट्रोल कर सकते है हां माना की आप इससे यूरिक एसिड को सही नही सकते परन्तु आपको ऑलरेडी यूरिक एसिड है तो आप उसको और बढ़ने से रोक सकते है |

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता और शिक्षा के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है। यह किसी डॉक्टर की सलाह का विकल्प नहीं है। इन चीजों के सेवन से संबंधित कोई भी निर्णय लेने से पहले कृपया अपने डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से परामर्श करें, विशेष रूप से यदि आपको मधुमेह, एलर्जी, या कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है। इस जानकारी का उद्देश्य किसी बीमारी का निदान, इलाज, रोकथाम, या प्रबंधन करना नहीं है।

image credit : canva

मेरा नाम अवतार सिंह है| मैं आयुर्वेद और प्राकृतिक स्वास्थ्य का एक जानकार हूं। मैंने नाड़ी परीक्षण का कोर्स पूरा किया है| और वर्तमान में "चरक संहिता," "अष्टांग हृदयम," और "भावप्रकाश निघंटु" जैसे प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों का अध्ययन कर रहा हूं। जड़ी-बूटियों और उनके उपयोग के बारे में मेरा गहन ज्ञान है, जिसे मैं इस वेबसाइट के माध्यम से लोगों के साथ साझा करता हूं। मेरा और मेरी टीम का मुख्य उद्देश्य है कि लोग आयुर्वेद के प्रति जागरूक हों और अपने घर व रसोई में उपलब्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके स्वस्थ जीवन जी सकें।

Leave a Comment

Join WhatsApp!