बैड कोलस्ट्रॉल के लक्षण: पहचानें और अपनी सेहत को बचाएं

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now     

हमने पिछली पोस्ट में जाना की कोलस्ट्रॉल क्या है और ये कितने प्रकार का होता है और कोनसा कोलस्ट्रॉल अच्छा है और कौनसा बुरा है जब शरीर में बेड कोलस्ट्रॉल बढ जाता है तो ये कई प्रॉब्लम बना सकता है तो चलिये जानते है की कोलस्ट्रॉल बढ़ने से क्या क्या लक्षण दीखते है :-

यह धमनियों की दीवारों पर जमकर रक्त प्रवाह में रुकावट डालता है और गंभीर बीमारियों का कारण बनता है, जैसे दिल का दौरा और स्ट्रोक। लेकिन इसकी सबसे बड़ी चुनौती यह है कि बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के स्पष्ट लक्षण नहीं होते। इसे अक्सर “साइलेंट किलर” कहा जाता है।

बैड कोलेस्ट्रॉल के सामान्य लक्षण

सीने में दर्द या भारीपन

बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के कारण हमारे दिल तक जाने वाली धमनिया को ब्लॉक कर देता है और जिससे खून का दौरा कम हो जाता है और जिससे सिने में दर्द या भारीपन महसूस होता है इसे अक्सर एंजाइना कहा जाता है, जो दिल की बीमारियों का प्राथमिक लक्षण है।

थकावट और कमजोरी

अगर आप बिना किसी वजह के जल्दी थक जाते हैं या शरीर में कमजोरी महसूस करते हैं, तो यह बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का संकेत हो सकता है। यह तब होता है जब मांसपेशियों और अंगों तक ऑक्सीजन युक्त खून नहीं पहुंच पाता।

पैरों में सूजन और ऐंठन

जब बैड कोलेस्ट्रॉल बड़ता है तो ये केवल ह्रदय तक ही सिमित नही रहता इसका असर हमारे शरीर के बाकि हिस्सों पर भी पड़ता है जैसे पेरों में सुजन और खासकर चलते समय दर्द होना |

सांस लेने में कठिनाई

जब बैड कोलेस्ट्रॉल बड़ता है तो इससे फेंफड़ो में खून की सप्लाई रुक जाती है और उससे हमें साँस लेने में दिक्कत होती है |

त्वचा और आंखों पर पीले धब्बे

बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का एक और संकेत है त्वचा के निचे पीले रंग के धब्बे दिखाई देना ये खासकर कोहनी, घुटनों और एड़ी के पास दिखाई देते हैं।

ब्लड प्रेशर बढ़ना

अगर आपका ब्लड प्रेशर सामान्य से अधिक है और लंबे समय तक ऐसा रहता है, तो यह बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का लक्षण हो सकता है।

इसके अलावा और भी कुछ लक्षण है जैसे

  • सिरदर्द और चक्कर आना
  • अचानक वजन बढ़ना या मोटापा।
  • नींद की समस्या
  • तनाव

अगला लेख: “बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के घरेलू और प्राकृतिक उपाय

IMAGE CREDIT : CANVa

मेरा नाम अवतार सिंह है| मैं आयुर्वेद और प्राकृतिक स्वास्थ्य का एक जानकार हूं। मैंने नाड़ी परीक्षण का कोर्स पूरा किया है| और वर्तमान में "चरक संहिता," "अष्टांग हृदयम," और "भावप्रकाश निघंटु" जैसे प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों का अध्ययन कर रहा हूं। जड़ी-बूटियों और उनके उपयोग के बारे में मेरा गहन ज्ञान है, जिसे मैं इस वेबसाइट के माध्यम से लोगों के साथ साझा करता हूं। मेरा और मेरी टीम का मुख्य उद्देश्य है कि लोग आयुर्वेद के प्रति जागरूक हों और अपने घर व रसोई में उपलब्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके स्वस्थ जीवन जी सकें।

Leave a Comment

Join WhatsApp!