रातों-रात पीरियड्स कैसे आते हैं घरेलू उपाय? रुकी हुई माहवारी कैसे चालू करें?

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now     

पीरियड्स महिलाओं के शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, लेकिन कई बार यह सही समय पर नहीं आते। अनियमित पीरियड्स होने से महिलाओं को चिंता होने लगती है। हार्मोनल असंतुलन, तनाव, खराब जीवनशैली और खान-पान की गलत आदतों की वजह से पीरियड्स में देरी हो सकती है। तो आज हम कुछ घरेलु नुस्खों के बारे में बात करेंगे जिससे पीरियड्स में होने वाली दिक्कत को सही किया जा सकता है |

पीरियड्स लेट होने के मुख्य कारण

सबसे पहले पीरियड्स समय पर ना आने के कारण जान लेते है ताकि समस्या का समाधान सही तरीके से किया जा सके .

  • शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन नाम के हारमोन पायें जाते है जिनके बिगड़ने से पीरियड्स समय पर नही आते |
  • ज्यादा तनाव लेने से दिमाग पर असर पड़ता है, जिससे पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं।
  • गक्त खान पान और ज्यादा जंक फूड खाने से पीरियड्स देरी से आते हैं।
  • अगर थायराइड का स्तर सही नहीं है तो पीरियड्स देरी से आते हैं।
  • बहुत ज्यादा एक्सरसाइज या अचानक वजन बढ़ने/घटने से पीरियड्स प्रभावित हो सकते हैं।
  • अगर आपके पीरियड्स मिस हो रहे हैं, तो यह गर्भावस्था का संकेत भी हो सकता है।

तुरंत पीरियड लाने के लिए घरेलु नुस्खे

अजवाइन और गुड़ का काढ़ा

तुरंत पीरियड लाने के लिए ये नुस्खा बेहतर साबित हो सकता है अजवाइन शरीर में गर्मी बढ़ाने का काम करता है, और पीरियड्स जल्दी आने में मदद मिलती है। गुड़ भी एक प्राकृतिक हीटर की तरह काम करता है और हार्मोन बैलेंस करने में सहायक होता है। 1 गिलास पानी में 1 चम्मच अजवाइन और थोड़ा सा गुड़ डालकर 5-10 मिनट तक उबालें। इसे छानकर गुनगुना पीएं। इसे रोजाना सुबह खाली पेट लेने से फायदा होगा।

पपीता खाएं

पपीता खाएं
पपीता खाएं

कच्चा पपीता गर्भाशय में संकुचन को उत्तेजित करता है और पीरियड्स को प्रेरित करने में मदद कर सकता है। पपीते में मौजूद कैरोटीन एस्ट्रोजन हार्मोन को उत्तेजित करता है जिससे पीरियड्स जल्दी आते हैं। पपीते को कच्चा दिन में दो बार सेवन किया जा सकता है। रोजाना 1 कटोरी पका हुआ पपीता खाएं।पपीते का जूस भी दिन में दो बार पिया जा सकता है।

हल्दी

हल्दी से पीरियड कैसे लाएं? हल्दी आपकी सभी चिंताओं का एक उपाय है। यह सोने जैसा दिखने वाला पाउडर रहस्यमय उपचारक गुणों से भरा हुआ है। हल्दी गर्भाशय को विस्तार करने में मदद करती है और गर्भाशय में रक्त प्रवाह को उत्तेजित करती है। आप मखाने और हल्दी-दूध, हल्दी वाली लत्ते, या इसका उपयोग अपनी सब्ज़ियों में भी कर सकते हैं।

तिल का सेवन

तिल का सेवन
तिल का सेवन

तिल में प्राकृतिक तेल होते हैं, जो हार्मोन संतुलन बनाए रखते हैं और पीरियड्स जल्दी लाने में सहायक होते हैं। तिल के बीज हमारे पीरियड्स से संबंधित हार्मोन पर पॉजिटिव प्रभाव डालते हैं मासिक धर्म ना आने वाली महिलाओं में यह ब्लीडिंग को प्रेरित करके इसे नियमित बनाने में भी मदद करते हैं। जल्दी पीरियड लाने के उपाय के तौर पर आप तिल के बीज का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप तिल और गुड़ के लड्डू भी ले सकते है |

गर्म पानी से स्नान

तनाव कम करने के लिए गर्म पानी से नहाना हमेशा शांत और प्रभावी होता है। आपके गर्म पानी के टब में लैवेंडर तेल (lavender oil) की कुछ बूंदें आपको मानसिक और शारीरिक रूप से आराम देने में मदद करेंगी। यह उस क्षेत्र में रक्त के प्रवाह को बढ़ाकर पीरियड्स जल्दी लाने में भी मदद करेगा।

Read more…

मेथी के बीज

ये बीज रुके हुए पीरियड्स लाने के उपाय हैं। इन बीजों में फाइटोएस्ट्रोजेन होते हैं, जो हार्मोनल स्तर को संतुलित करने और मासिक धर्म को प्रेरित करने में मदद कर सकते हैं। मेथी के दानों को रात भर पानी में भिगोकर अगली सुबह सेवन किया जा सकता है। वैकल्पिक रूप से, उन्हें पीसकर पेस्ट बनाया जा सकता है और मासिक धर्म को उत्तेजित करने में मदद के लिए पेट पर लगाया जा सकता है।

दालचीनी का सेवन करें

दालचीनी का सेवन करें
दालचीनी का सेवन करें

दालचीनी शरीर में गर्मी उत्पन्न करती है और मासिक धर्म को नियमित करने में मदद करती है। आप 1 कप गर्म पानी में 1/2 चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाएं और पिएं। और इसी के साथ साथ इसे दूध में भी मिलाकर पिया जा सकता है।

अगर आपके पीरियड्स लेट हो रहे है तो ये घरेलु नुस्खे अपनाकर पीरियड्स को सही कर सकते है और अगर फिर भी आपके पीरियड्स 2 या 3 मंथ तक नही आ रहे है तो एक बार किसी अच्छे डॉक्टर जरुर दिखाए ताकि सही तरीके से जाँच की जा सके और आपकी बीमारी का ईलाज किया जा सके |

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता और शिक्षा के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है। यह किसी डॉक्टर की सलाह का विकल्प नहीं है। इन चीजों के सेवन से संबंधित कोई भी निर्णय लेने से पहले कृपया अपने डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से परामर्श करें, विशेष रूप से यदि आपको मधुमेह, एलर्जी, या कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है। इस जानकारी का उद्देश्य किसी बीमारी का निदान, इलाज, रोकथाम, या प्रबंधन करना नहीं है।

image credit : canva

मेरा नाम अवतार सिंह है| मैं आयुर्वेद और प्राकृतिक स्वास्थ्य का एक जानकार हूं। मैंने नाड़ी परीक्षण का कोर्स पूरा किया है| और वर्तमान में "चरक संहिता," "अष्टांग हृदयम," और "भावप्रकाश निघंटु" जैसे प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों का अध्ययन कर रहा हूं। जड़ी-बूटियों और उनके उपयोग के बारे में मेरा गहन ज्ञान है, जिसे मैं इस वेबसाइट के माध्यम से लोगों के साथ साझा करता हूं। मेरा और मेरी टीम का मुख्य उद्देश्य है कि लोग आयुर्वेद के प्रति जागरूक हों और अपने घर व रसोई में उपलब्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके स्वस्थ जीवन जी सकें।

Leave a Comment

Join WhatsApp!