दस्त (Diarrhea)और पेट में मरोड़ से तुरंत राहत पाने के 6 असरदार घरेलू नुस्खे!

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दस्त (Diarrhea) एक आम समस्या है, जिसमें बार-बार पतला मल आता है। यह पेट में इन्फेक्शन, गलत खान-पान, दूषित पानी या किसी अन्य बीमारी के कारण हो सकता है। दस्त से शरीर में पानी की कमी हो सकती है जिसे डॉक्टर की भाषा में डिहाइड्रेशन कहा जाता है , इसलिए इसे जल्द से जल्द रोकना जरूरी है। अगर आप दवाइयों से बचना चाहते हैं, तो कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर इस समस्या से राहत पा सकते हैं।

दस्त क्या है?

गुदा मार्ग से पानी की तरह बार-बार मल का बाहर निकलना दस्त कहलाता है। दस्त कई कारणों से हो सकती है। शरीर में उपस्थित दोष वात, पित्त, कफ में मुख्यतः वातदोष असंतुलित हो जाता है। इससे हमारा डाइजेसन कमजोर हो जाता है। खाया हुआ खाना अच्छे से पच नहीं पाता, और बिना पचा हुआ खाना पतला होकर मल के रास्ते बार-बार निकलने लगता है। मल झागयुक्त थोड़ी-थोड़ी मात्रा में होने लगता है।

दस्त होने के प्रमुख कारण

  • बासी या कच्चा खाना खाने से पेट में इन्फेक्शन हो सकता है जिससे दस्त हो सकते है |
  • अशुद्ध पानी पीने से भी पेट में दिक्कत हो सकती है और दस्त हो सकते है |
  • कमजोर पाचन तंत्र, अधिक मिर्च-मसाले वाला खाना, या ज्यादा ऑयली फूड खाने से दस्त हो सकते हैं।
  • कुछ एंटीबायोटिक्स या अन्य दवाइयों के कारण पेट खराब हो सकता है, जिससे दस्त की समस्या हो सकती है।
  • मानसिक तनाव या चिंता का सीधा असर पेट पर पड़ता है और यह दस्त का कारण बन सकता है।
  • कुछ लोगों को दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स पचाने में दिक्कत होती है, जिससे दस्त हो सकते हैं।

ये कुछ कारण है जिससे दस्त हो सकते है |

दही और केला

दही और केला
दही और केला

दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो पेट के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं और पाचन तंत्र को सुधारते हैं। केला फाइबर से भरपूर होता है और दस्त को रोकने में मदद करता है। अब इसको यूज करने के लिए आपको 1 कटोरी ताजा दही और 1 केला लेकर इसको अच्छी तरह से मेश करें और पि लें | इसे दिन में 2-3 बार खाएं।

मेथी के दाने 

एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से भरपूर मेथी के दाने दस्त में मददगार साबित होते हैं. आपको करना बस इतना है कि मेथी के दानों को एकसाथ मिलाकर पीस लेना है. अब एक चम्मच मेथी के पाउडर को एक गिलास पानी में मिलाकर पी लें. 

अदरक का इस्तेमाल करें

पिछले कई वर्षो से अदरक का इस्तेमाल पारंपरिक उपचारों के लिए किया जा रहा है। डायरिया में भी अदरक के इस्तेमाल से इसके कुछ लक्षणों को कम किया जा सकता है। कई समय से मोशन सिकनेस, गर्भावस्था से संबंधित बेचैनी, और सर्जरी या कीमोथेरेपी के बाद नौजिया को कम करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता रहा है।एक गिलास पानी में आधा चम्मच अदरक का पाउडर मिलाकर पी लें.

सौंफ और मिश्री का काढ़ा

1 गिलास पानी में 1 चम्मच सौंफ डालकर उबालें | इसमें थोड़ा सा मिश्री मिलाकर छान लें ,इसे दिन में 2-3 बार पीएं। सौंफ पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है और दस्त रोकने में मदद करती है, जबकि मिश्री पेट को ठंडक देती है।

नारियल पानी पियें

नारियल पानी पियें
नारियल पानी पियें

नारियल पानी सबसे अच्च्छा उपाय है दस्त को कम करने के लिए क्यूंकि इसमे नारियल पानी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करता है और डिहाइड्रेशन से बचाता है। बाजार से ताजा नारियल लायें और दिन में 2 से 3 बार पिए |

पानी का अधिक सेवन करें

अगर आपको दस्त हुए है तो आपको बहुत अधिक तरल पदार्थ लेने की जरूरत होती है। डायरिया से पीड़ित वयस्कों को पानी, फलों के रस, स्पोर्ट्स ड्रिंक, कैफीन रहित सोडा आदि पीने की सलाह दी जाती है। पुरुषों के लिए एक दिन में पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन लगभग 15.5 कप (3.7 लीटर) और महिलाओं के लिए लगभग 11.5 कप (2.7 लीटर) होता है।

दस्त की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। ऊपर बताए गए घरेलू नुस्खे अपनाकर आप जल्द राहत पा सकते हैं। अगर दस्त 2-3 दिनों तक लगातार बने रहें या कमजोरी महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

image credit : canva

मेरा नाम अवतार सिंह है| मैं आयुर्वेद और प्राकृतिक स्वास्थ्य का एक जानकार हूं। मैंने नाड़ी परीक्षण का कोर्स पूरा किया है| और वर्तमान में "चरक संहिता," "अष्टांग हृदयम," और "भावप्रकाश निघंटु" जैसे प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों का अध्ययन कर रहा हूं। जड़ी-बूटियों और उनके उपयोग के बारे में मेरा गहन ज्ञान है, जिसे मैं इस वेबसाइट के माध्यम से लोगों के साथ साझा करता हूं। मेरा और मेरी टीम का मुख्य उद्देश्य है कि लोग आयुर्वेद के प्रति जागरूक हों और अपने घर व रसोई में उपलब्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके स्वस्थ जीवन जी सकें।

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